नमस्कार दोस्तों इस लेख में आपका बहुत-बहुत स्वागत है में फाल्गुनी महावर आज इस पोस्ट के माध्यम से बेहतरीन तरीके से बताऊगी Pani pine ke fayde ,पानी पीने का सही तरीका। दोस्तो जैसा कि हम सब जानते हैं कि पानी हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी है। जिस प्रकार एक वृक्ष को बढ़ा होने में पानी की आवश्यकता होतीहै. उसी प्रकार हमें जीवित रहने के लिए पानी की आवश्यकता होती है जल है तो जीवन हैं

हमारे शरीर में 60 प्रतिशत से भी ज्यादा पानी होता है, शरीर को स्वस्थ रखने के लिए पानी बेहद जरूरी है। लेकिन अगर पानी गलत वक्त या गलत तरीके से पीया जाये तो वह महुत सारी बीमारियों का कारण बन जाता है जैसे प्राचन, जोड़ों में दर्द, त्वचा से संबंधित समस्या वालों का झड़ना सुस्ती इत्यादि। आजकल के समय में कई लोग ऐसे हैं जो आज भी गलत ढंग से पानी पीत है जिससे कई बीमारिया पैदा हो सकती है।

आप इस पोस्ट को पूरी तरह पढे, ताकि आपको पानी पीने के सही तरीके फायदे नुकसान के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त हो सके चलिए दोस्तो अब आगे बढ़ते हैं, और शुरू करते हैं।

यह भी देखे : मूंग दाल के लड्डू, काला नमक सेंधा नमक के फायदे और नुकसान, स्वादिष्ट लहसुन की चटनी , स्वादिष्ट और शरीर के लिए फायदेमंद खिचड़ी

विषय सूची

  1. पानी पीने का सही तरीका/pani pine ka shi tarika
  2. कम पानी पीने के लक्षण/Symptoms of drinking less water
  3. कम पानी पीने के नुकसान/kam pani pine ke nuksan
  4. पानी पीने के फायदे/Benefits of drinking water/pani pine ke fayde
  5. सुबह गरम पानी पीने के फायदे/Benefits of drinking hot water in the morning/ garam pani pine ke fayde
  6. तांबे के बर्तन में पानी पीने के नियम/Rules for drinking water in a copper vessel

पानी पीने का सही तरीका, पानी पीने के फायदे  – Pani pine ke fayde , nariyal pani ke fayde,  garam pani pine ke fayde

1. पानी पीने का सही तरीका/pani pine ka sahi tarika kya hai

हम में से अक्सर लोग पानी को इतना साधारण समझते  हैं के हमें ऐसा लगता है कि हम जब चाहे जैसे चाहें और जितनी मात्रा में चाहे पानी पी सकते हैं लेकिन हमारा ऐसा सोचना बिल्कुल भी गलत है, क्योंकि पानी देखने में जितना साधारण लगता है.

ये हमारे शरीर के सभी अंगों को ठीक तरह से काम करने और शरीर में बनने वाले जहरीले पदार्थ को बाहर निकालने के लिए उतना ही जरूरी होता है। पेट से लेकर त्वचा तक और वजन बढ़ाने से लेकर वजन घटाने तक पानी बहुत फायदेमंद हैं. इसलिए पानी की सही मात्रा, पीने का सही समय और पानी के किस तरह से क्या-क्या फायदे और नुकसान होते हैं.

अगर इस बारे में जानकारी न हो तो व्यक्ति चाहे कितनी भी अच्छी से अच्छी चीज खा ले उसका सही फायदा शरीर को मिल ही नहीं पाता और जिसकी वजह से भविष्य में बहुत सारी स्वास्थ्य से संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

जैसे- अपचन, कब्ज, गैस लीवर की कमजोरी सुस्ती आना, गुरदे की पथरी प्रतिरोधक क्षमता में कमी, बार-बार बीमार पड़ना, स्किन एलर्जी, दाद खुजली चेहरे पर पिंपल्स और दाग-धब्बे का होना, त्वचा का बहुत ज्यादा रूखा होना, खया पीया शरीर को न लगना जोड़ों का दर्द होना सिर दर्द चक्कर आना वजन बढाने व घटाने में दिक्कत होना, बालों का झड़ना, रातों को नींद न आना जैसी कई बीमारिया हो सकती हैं।

पानी इतना जरूरी क्यों हैं?

दोस्तों हमारे शरीर में 60 से 70 प्रतिशत पानी होता है और हमारे द्वारा पीये गये पानी का इस्तेमाल हमारे आंतरिक अंग internal organ जैसे कि किडनी, लीवर फेफड़े पाचन तंत्र और लगभग शरीर के सभी हिस्सों को ठीक तरह से काम करने और सबसे ज्यादा हमारे शरीर की कोशिकाओं को जिंदा रखने में होता है।

शरीर में पानी की कमी का कैस पता लगाएं

दोस्तो हमारे शरीर में पानी की कमी होते ही पेशाब का रंग पीला पड़ जाता है, पाचन शक्ति कमजोर होने लगती है चेहरे और शरीर की त्वचा धीरे-धीरे रूखी बेजान और बीली पड़ने लगती 5. अगर शुरू में ही पानी के पीने सही तरीक पर ध्यान ना दिया जाए तो ये लक्षण भविष्य में गंभीर बीमारी का रूप भी ले सकते हैं।

एक दिन में कितना पानी पीना चाहिए ?

एक सामान्य व्यक्ति दिनभर में ढाई से तीन लीटर 2.53 liter पानी जरूर पीना चाहिए। जो कि एक साधारण नाप के गिलास से 8-12 गिलास होते हैं। गर्मी के मौसम में ज्यादा पसीना निकलता है इसलिए पानी की थोड़ी मात्रा भी बढ़ाई जा सकती है, और जो लोग व्यायाम करते हैं उन्हें भी आम लोगों के मुकाबले थोड़ी ज्यादा मात्रा में पानी पीना चाहिए। क्योंकि उनके शरीर में PANI की खपत ज्यादा मात्रा में होती है।

एक बार में कितना गिलास पानी पीना चाहिए?

दोस्तों कुछ लोगों को लगता है, पानी को जब चाहें, जैसे चाहे पीया जा सकता है। लेकिन ऐसा सोचना बिल्कुल भी सही नहीं है, क्योंकि एक ही तरह के पानी को अलग-अलग तरीके से पीने से इसका शरीर पर अलग-अलग तरह से असूर होता है। इसलिए पानी हमेशा बैठकर और धीरे-धीरे पीना चाहिए। एक बार में एक या डेढ़ गिलास 1-1.5 glass या जितनी प्यास हो उतना ही पानी पीना चाहिए क्योंकि एक ही बार में बहुत ज्यादा पानी पी लेने से हमारी किडनी उसे ठीक तरीके से फिल्टर नहीं कर पाती और पानी हमारे शरीर मे बिना इस्तेमाल हुए ही पेशाब के जरिए बाहर निकल जाता है।

किस तरह का पानी होना चाहिए ठंडा गर्म या सामान्य ?

दोस्तों कोई भी बहुत ज्यादा ठंडी चीज जब हम खाते या प्रीते हैं जो हमारा शरीर पहले उसे गर्म करता है और फिर काम में लेता है, पानी के साथ भी कुछ ऐसा ही होता है। जब हम फिज़ में रखा ठंडा पानी पी लेते हैं तो वो हमारे पेट में पहले गर्म होता है फिर काम में आता है जब तक कि इस प्रोसेस process में बहुत सारी एनर्जी energy वेस्ट हो जाती है और हमारे शरीर का भी इस पानी को इस्तेमाल में लाने के लिए तब तक इंतजार करना पड़ता है,

जब तक कि पानी पेट में गर्म नहीं हो जाता और साथ ही साथ ठंडा Pani हमारे द्वारा खाये गये खाने को बहुत ज्यादा सख्त बना देता है, जिससे कि पाचन किया बहुत धीमी पड़ जाती है और कुब्ज होने के चास / chance बहुत ज्यादा हो जाते हैं इसलिए पानी हमेशा ही सामान्य या हल्का गर्म ही पीना चाहिए क्योंकि इल्का गर्म पानी को हमारा शरीर तुरंत काम में लेता है और हमारे द्वारा खाये गये खाने को तोड़ने में भी हल्का गर्म पानी बहुत मदद करता है, जिससे पाचन शक्ति बढ़ती है और पेट भी खुलकर साफ होता है।

पानी कब पीना चाहिए कब नहीं पीना चाहिए/when to drink water and when not to drink

दोस्तो, ऐसी बात है. अक्सर लोग गलती करते हैं, और बीमारी के शिकार होते हैं।

पानी कब नहीं पीना चाहिए pani kab pina chahiye

1. खाना खाने के बाद :-

वैस तो खाना खाते वक्त पहने या बाद में एक या दो घूंट पानी पीने में कोई बुराई नहीं है, बल्कि खाना खाने से पहले एक या दो छूट पानी पीने से सूखे खाने भी गले से आसानी से उतरते हैं और हिचकी भी नहीं आती, लेकिन यह एक या दो घूंट कहने का मतलब है कि गला भिगने जितना ही पानी पीना। लेकिन खाना खाने के दौरान पहने या बाद में गिलास भरकर या सादा मात्रा में पानी पीना बिल्कुल भी सही नहीं है, क्योंकि खाना खाने के तुरंत बाद पानी पी लेने से ये हमारे शरीर द्वारा खाये गये खाने को बहुत पतला बना देता है, और हमारे शरीर में पाचक रस ठीक से नहीं निकल पाते है, जिससे पाचन किया बहुत धीमी पड़ जाती है, इसलिए पानी हमेशा खाना खाने के 45 मिनट से एक घंटा बाद ही पानी पीना चाहिए।

2. रात को सोने से तुरंत पहले या अचानक नींद खुलने पर पानी पीकर सोना :-

दिन के समय पानी हमारे लिए जितना फायदेमंद होता है, उसी व्रत के समय ज्यादा पानी पीने से नुकसान भी हो सकता है, क्योंकि सोते वक्त हमारा शरीर एक्टिव active नहीं रहता, जिससे पानी हमारे शरीर में ठीक से इस्तेमाल हुए बिना ही किडनी में फिल्टर होने के लिए पहुंच जाता है, जहां ये हमारी किडनी को बहुत नुकसान पहुंचाता है और नींद से उठकर बार-बार टॉयलेट जाने की भी जरूरत पड़ सकती है जिससे कि दुबारा नींद आने में बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ता है इसलिए जितना हो सके दिन के समय ही पानी की लिमिट limit को पूरा करने की कोशिश करना चाहिए।

3. फल खाने के बाद:-

अक्सर फल और ऐसी सब्जी जैसे खीरा और टमाटर जैसी चीजों को अगर आप कच्चा खाते हैं, तो उसके तुरंत बाद पानी बिल्कुल भी नहीं पीना चाहिए और उसी तरह केला, तरबूज, अनार, संतरा और दूसरे फूल खाने के बाद भी तुरत पानी नहीं पीना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से खाई हुई चीज बहुत सख्त हो जाती है जिससे पाचन किया धीमी पड़ जाती है, और कुछ लोगों को सर्दी, जुकाम भी हो सकता है,

साथ ही साथ बहुत ज्यादा गर्म चीजें चाय, कॉफी और सूप जैसी चीजों को पीते है तब भी आपको तुरंत पानी बिल्कुल भी नहीं पीना चाहिए, क्योंकि इन चीजों को पीने के बाद तुरंत पानी पीने से दातों को और मसूड़ों को नुकसान पहुंचता है।

पानी कब पीना चाहिए – When should we drink water?

दोस्तों जिस तरह खाना खाने से पहले प्लेट को धोकर साफ करते हैं फिर खाते हैं, उसी तरह हमें हर सुबह कुछ भी खाने या पीने से पहले अपने पेट की सफाई जरूर करनी चाहिए, जिसके लिए पानी से बेहतर और कुछ भी नहीं है, सुबह खाली पेट पानी पीने से रात का सोते वक्त पेट में बनने वाले जहरीले पदार्थ की काफी हद तक सफाई हो जाती है,

लेकिन जो लोग खाली पेट पानी पीए बिना ही कुड भी खाते या पीते हैं. ये बिल्कुल ऐसा ही हो जाता है, कि जैसे झूठी प्लेट को बिना साफ किए ही उसमें खाना खा लेना, इसलिए एक से दो गिलास पानी सुबह खाली पेट 1-1 गिलास करके पानी, दिन के खाना खाने के बाद 45 मिनट या 1 घंटा पहले और बाद में पीना चाहिए उसी तरह रात के समय पानी कम मात्रा में पीना चाहिए।

रात का खाना खाने के 2 घंटे बाद पानी की जगह दूध का सेवन करना चाहिए। क्योंकि दूध में मौजूद प्रोटीन पूरी रात शरीर को धीरे-धीरे एनर्जी energy प्रदान करते हैं. और इसमें मौजूद ट्रिप्टोफैन tryptophan नाम का एमिनो दिमाग को शांत करके अच्छी नींद दिलाने में बहुत मदद करता है दिन में जब भी आप पानी पीये तो दो बार पानी पीने के बीच लगभग 1 घंटे का अंतराल रखते हुए पानी पीने का खास ख्याल रखे ताकि पूरे दिन में 2.5-3 liter पानी पूरा किया जा सकता है

2. कम पानी पीने के लक्षण/Symptoms of drinking less water

इसान के शरीर का 60 प्रतिशत हिस्सा पानी से बना है. अगर आप जरूरत से कम पानी पियेंगे तो आपके शरीर में पानी की कमी हो जायेगी पानी की कमी से बहुत सारी समस्याएं पैदा होती है।

मुंह से हर वक्त बदबू आते रहना :

अगर ब्रश करने के बाद भी आपके मुंह से बदबू आती रहती है. तो हो सकता है कि आप कम पानी पी रहे हो जब आप पानी पीते हैं तो मुंह में मौजूद बैक्टीरिया घुल जाता है जिससे मुह में बदबू नहीं आती और आपको स्वस्थ मसूड़े स्वस्थ दात मिलते है पानी की कमी से मुंह के अंदर बैक्टीरिया बढ़ने लगते है, जिससे मुंह की बदबू पैदा होती है।

पानी की कमी होने से थकान महसूस होना :-

ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि पानी की कमी से पूरे शरीर में तरल पदार्थ की कमी हो जाती है, तरल पदार्थ में कमी होने से शरीर में खून की मात्रा में कमी हो जाती हैं, खून की मात्रा में कमी आने से शरीर को ऑक्सीजन कम मिलती है और दूसरे पोषक पदार्थ कम मिलते हैं. इन सबके कारण आपको थकान महसूस होती हैं।

बार-बार बीमार होना :-

अगर आप बार-बार बीमार होते हैं तो हो सकता है कि आप कम पानी पी रहे हो, कम पानी पीने से शरीर की इम्युनिटी कमजोर हो जाती है, क्योंकि पानी ही आपके शरीर मे से वायरस बैक्टीरिया और ट्यून सिस्टम immune system को ताकतवर बनाता है।

कब्ज :-

पानी पाचन तंत्र के लिए बहुत जरूरी होता है और मूल को शरीर से बाहर निकालने के लिए बहुत जरूरी होता है पानी की कमी से मूल आत के अन्दर सख्त हो जाता है जिससे कब्ज की समस्या पैदा होती है।

खराब त्वचा :-

पानी त्वचा की सेहत के लिए और सुन्दरता के लिए बहुत जरूरी है पानी की कमी से त्वचा रूखी हो जाती है. पपड़ीदार हो जाती हैं, काले दाग-धब्बे, पिपल्स बढ़ जाते हैं. ऐसा इसलिए होता है. क्योंकि पानी त्वचा को नमी प्रदान करता है और त्वचा के अंदर जो गंदगी होती है उसे बाहर निकालता है पानी की कमी से त्वचा खराब होती है।

ज्यादा मीठा खाने का मन करना :-

अगर आपका मन ज्यादा मीठा खाने को करता है तो हो सकता है. कि आपके शरीर में पानी की कमी हो ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि शरीर में पानी की कमी होने से शरीर ग्लूकोस को पर्याप्त मात्रा में स्टोर नहीं कर पाता, जिसकी वजह से शरीर को ऐसा लगता है कि उसे ज्यादा एनर्जी energy की जरूरत है जिसकी वजह से आपको बार-बार मीठा खाने का मन करता है।

कम पेशान आना :-

कम पेशाब आने का एक कारण शरीर में पानी की कमी हो सकता है जब शरीर पानी की कमी हो जाती है तो उस समय हमारी किडनी शरीर में ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ को रोक कर रखने की कोशिश करती है. इससे पेशाब कम बनता है. शरीर में पानी की कमी होने पर जो पेशाब आता है उसका रंग गहरा होता है, उसमें गंध ज्यादा होती है।

3. कम पानी पीने के नुकसान/Disadvantages of drinking less water

  1.  मुंह का सूखना/Dry mouth
  2.  त्वचा का रूखा होना/Dry skin
  3. यूरिन का रंग पीला होना/Yellow color of urine
  4. पाचन से जुड़ी बीमारियां होना/Yellow color of urine
  5. ज्यादा पिंपल्स होना/more pimples
  6. जल्दी थकान महसूस होना/feeling tired early
  7.  लंबे समय तक बीमार रहना/being sick for a long time
  8. कब्ज की समस्या/Constipation problem
  9. एनर्जी लेवल और ट्रेन फंक्शन प्रभावित/Affected energy levels and train function
  10.  किडनी समस्याओं में बढ़ावा/Kidney problems encouragement

 4. पानी पीने के फायदें/Benefits of drinking water/ pani pine ke fayde

  1. सुबह उठते ही पानी पीने से हमारे मुँह में किसी भी प्रकार के बैक्टीरिया नहीं रहते हैं जिससे हमारे मुंह में छाले नहीं होते हैं।
  2. पानी पीने से हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहती हैं।
  3. सुबह उठते ही पानी पीने से हमारे शरीर की पाचन शक्ति मजबूत होती हैं।
  4. सुबह उठते ही पानी पीने से हमें पेट से संबंधित बीमारियां नहीं होती है जैसे कि कब्ज ।
  5. अगर आपको शुगर या हाई ब्लड प्रेशर है, तो सुबह उठते ही आपको जरूर पानी पीना चाहिए।

5. सुबह गरम पानी पीने के फायदें/ garam pani pine ke fayde

  1. कब्ज/Constipation
  2. कील-मुहासे/Pimples
  3. गैस/Gas
  4. पेट का भारीपन/Abdominal heavinessट्रांसिल्स/Transils
  5. ब्लड सर्कुलेशन/Blood circulation
  6. मोटापा/Obesity
  7. त्वचा चमकाए/Brighten skin
  8. हृदय मजबूत/Heart strong
  9. वात, कफ, पित सुधारे/Improves Vata, Kapha, Pitta
  10. बॉडी स्लिम/Body slim
  11. पाचन किया/Digested
  12. जवां बने रहे/Stay young
  13. सर्दी-जुकाम शीघ्र दूर/Get rid of cold quickly
  14. बुखार/Fever
  15. गले की समस्या/Throat problem

6. तांबे के बर्तन में पानी पीने के नियम/tambe ka pani pine ke fayde

तांबे के बर्तन में पानी पीने के नियम – भारतीय परंपरा अनुसार चली आ रही चीजों को कई मेडिकल रिपोर्टस में सही माना गया है. लेकिन आजकल हम हमारे पूर्वजों द्वारा अपनाये गये तरीकों को छोड़ते जा रहे हैं. अगर हम उन तरीकों को अपनाये तो हमारे शरीर और स्वास्थ को कई फायदे होंगे, इसी तरह बड़े बुजुर्ग से आपने कई बार सुना होगा कि जांबे के बर्तन में पानी पीना सेहत के लिए फायदेमंद होता है,

मेडिकल स्टडी medical study में साबित हुआ है कि तांबे के बर्तन में रखा पानी हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह पानी साधारण पानी से अलग होता है और पूरी तरह से शुद्ध माना जाता है, क्योंकि यह सभी प्रकार के बैक्टीरिया का खत्म कर देता है। आयुर्वेद भी कहता है कि तांबे यानि कॉपर के बर्तन में रखा पानी पीने से कई तरह की बीमारियों का खतरा टलता है, लेकिन क्या आप जानते है कि इस पानी का पीने का भी एक नियम होता है और तभी यह शरीर को फायदा पहुंचा सकता है।

तांबे का बर्तन पानी को चार्ज charge करने का काम करता है. इससे बर्तन के सारे गुण पानी में आ जाते हैं. इसलिए इस पानी का चार्जड वॉटर charged water माना जाता हैं। जब भी कोई वस्तु चार्ज हो जाती हैं, तो उसे अर्थीग से बचाने के लिए जमीन पर नहीं रखा जाता यही नियम इसमें भी लागू होता है, तो इसीलिए जब भी आप पानी तांबे के बर्तन में रखें, तो उसे जमीन पर न रखें उसे लकड़ी के पाटे या लकड़ी की ट्रेबल पर ही रखें,

पानी का पूरा फायदा लेने के लिए 8-12 घंटे तक इसे तांबे के साफ बर्तन में रखें, 12 घंटे से ज्यादा किसी हाल में न रखें वरना पानी कसैला हो सकता हैं. और वो पानी शरीर को नुकसान भी पहुंचा सकता है इसलिए तांबे के बर्तन में रखे पानी का पूरा लाभ उठाने का सही तरीका है कि रात में सोते समय तांबे का बर्तन साफ करके करीब एक लीटर पानी लकड़ी के पाटे या टेबल पर रखें, सुबह उठते ही बिना ब्रश करे खाली पेट धीरे-धीरे पानी पीये एकदम से संभव न हो तो धीरे-धीरे पानी पीने की क्षमता बढ़ायें पानी को घुट-घुट करके पीये ताकि आपके मुह की लार यानि सन्नायेवा आपके शरीर में अच्छे से जायें, जो कि आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है, जितनी जल्दी आप सुबह उठकर पानी पीयेंगे उतना अच्छा होगा।

तांबे के बर्तन में रखे पानी पीने के कुछ खास फायदें : tambe ka pani pine ke fayde

ताबा यानि कॉपर सीधे तौर से शरीर में कॉपर की कमी को पूरा करता है और बीमारी पैदा करने वाले जीवाणुओं से शरीर की रक्षा कर आपको पूरी तरह से स्वस्थ बनाए रखने में सहायक होता है। तांबे में एन्टीइन्फलमेटरी गुण होने के कारण शरीर में दर्द ऐंठन और सूजन की समस्या नही होती. गठियां की  समस्या को दूर करने में भी तांबे का पानी अत्यधिक फायदेमंद होता है।

पाचन तंत्र और पेट की सभी प्रकार की समस्याओं में तांबे का पानी बेहद फायदेमंद होता है। प्रतिदिन इसका सेवन करने से पेट दर्द, गैस एसिडीटी और कब्ज जैसी समस्याओं से जल्द निजात मिलती है. इसमें मौजूद एन्टीऑक्सीडेट कैंसर से लड़ने की क्षमता को बढ़ावा देते हैं।

अमेरिकन कैंसर सोसायटी के अनुसार तांबा कैंसर की शुरुआत को रोकने में मदद करता है, और इसमें कैंसर विरोधी तत्व भी मौजूद होते हैं। शरीर की आंतरिक सफाई के लिए तांबे का पानी बेहद कारगर होता है. इसके अलावा यह लीवर और किडनी का स्वस्थ रखता है और किसी भी प्रकार के इफेक्शन से निपटने में तांबे के बर्तन का पानी लाभदायक होता है।

तांबा अपने एन्टीबैक्टीरियल, एन्टीवायरल और एन्टीइन्फल्मेटरी गुणों के लिए भी जाना जाता है। यह शरीर के आंतरिक व बाहरी घावों को जल्दी भरने के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है। ताब में उपस्थित एन्टीऑक्सीडेंट तत्व झुर्रिया दाग-धब्बे कम कर आपको जवां बनाये रखता है. इसके अलावा यह फोड़े फुंसी मुहासे और त्वचा संबंधी अन्य रोगों को पनपने नहीं देता जिससे त्वचा साफ और चमकदार दिखाई देती है।

तांबे के बर्तन में रखे पानी को पीने के नुकसान : tambe ka pani pine ke nuksan

तांबे के बर्तन में रखे पानी को दिनभर ज्यादा मात्रा में पीने की जरूरत नहीं होती है सिर्फ सुबह-सुबह एक लीटर पानी पीना काफी होता है, और साथ ही इसे जीवन भर पीने की आदत बनाना ठीक नहीं है. क्योंकि इससे शरीर में ताम्र यानि तांबा की मात्रा ज्यादा हो सकती है जो शरीर को नुकसान भी पहुंचा सकती है।

डॉ. राजीत दीक्षित जी के अनुसार – pani pine ke fayde

आप तांबे के बर्तन के पानी को रोज सुबह लगातार तीन महीने तक पीये और फिर एक महीने बिल्कुल भी न पीये यानि हर तीन महीने के बाद इस पानी को एक महीने तक न पीये पानी के अलावा खाने की कोई भी चीज तांबे के बर्तन में डालकर प्रयोग न करें।

खासकर दूध से बनी चीजे और खट्टी चीजे ये विषाक्त हो सकती है, तांबे के बर्तन को अच्छी तरह साफ करके ही इसका इस्तेमाल करे तांबे के बर्तन में रख पानी 8-10 घंटे में गर्म तासीर का हो जाता है. तो इसीलिए यदि आप सुबह-सुबह गुनगुना पानी पीते है तो इसे गर्म करने की जरूरत नहीं होती हैं।

यदि आपको एसिडीटी की समस्या है तो तांबे के बर्तन का पानी बिल्कुल न पीये क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है, यदि किडनी या हार्ट के मरीज हैं तो डॉ. की सलाह से ही पानी पीछे ज्यादा पानी एक बार मे पीना नुकसानदायक हो सकता है,

यह भी देखे : मूंग दाल के लड्डू, काला नमक सेंधा नमक के फायदे और नुकसान, स्वादिष्ट लहसुन की चटनी , स्वादिष्ट और शरीर के लिए फायदेमंद खिचड़ी

Conclusion : Pani pine ke fayde nariyal pani ke fayde garam pani pine ke fayde

दोस्तों में falguni mahawar पोस्ट के अंत में बताती हूँ, कि मैंने इस पोस्ट के माध्यम से (पानी पीने का सही तरीका/right way to drink water, pani pine ka sahi tarika, nariyal pani ke fayde in hindi कम पानी पीने के लक्षण/Symptoms of drinking less water, कम पानी पीने के नुकसान/Disadvantages of drinking less water, पानी पीने के फायदे/Benefits of drinking water,सुबह गरम पानी पीने के फायदे/Benefits of drinking hot water in the morning, तांबे के बर्तन में पानी पीने के नियम/Rules for drinking water in a copper vessel,) के बारे में विस्तारपूर्वक बताया है,

FAQ : Pani pine ke fayde nariyal pani ke fayde garam pani pine ke fayde

Question – 1. दिनभर में कितना पानी पीना चाहिए?

डॉक्टरों की सलाह के अनुसार एक सामान्य सवस्थ महिला को दिन भर में 2.75 से तीन लीटर पानी तथा सामान्य पुरुष को 3.50 से चार लीटर के बीच में पानी पीना अच्छा माना जाता है,

Question – 2. 1 घंटे में कितना पानी पीना चाहिए?

स्वास्थ्य को अच्छा रखने के लिए मनुष्य के शरीर को हर घंटे दो से तीन का पानी पीना चाहिए,

Question – 3. बच्चों को कितना पानी पीना चाहिए?

  • 9 – 13 साल के बच्चे – लगभग 5 लीटर प्रति दिन
  • 4 – 8 साल के बच्चे – लगभग 2 लीटर प्रति दिन

अगर आपको Pani pine ke fayde से संबंधित यह जानकारी पढ़ कर अच्छा लगा हो तो आप इस पोस्ट को अपने मित्रों तथा संबंधियों को भी शेयर कर सकते हैं,

आपके द्वारा इस लेख को अंतिम पंक्ति तक पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद