मावा रोटी रेसिपी इन हिन्दी | Mawa roti recipe in hindi

नमस्कार दोस्तों मैं Falguni Mahawar दोस्तों मैं इस वेबसाइट के माध्यम से आपको (Recipes, Good Food Recipes, Cooking Methods, Foods, Health, Pension and Design, Festivals, Latest Information, Trending Topics, Health Tips, Health Benefits, Household Tips,) से संबंधित आप लोगों के लिए नई नई जानकारियां लाती रहती हूँ और जानकारी आप लोगो तक साझा करती रहती हूँ, इस लेख में आपका बहुत-बहुत स्वागत हैं ,

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इस लेख के माध्यम से आज आपको मावा रोटी कैसे बनाते हैं Mawa roti kaise banate hai के बारे में बता रही हूं,

मावा (खोया) रोटी राजस्थान की प्रसिद्ध रोटी हैं. यह बनाने में बहुत ही आसान और खाने में बहुत बढ़िया लगती हैं। कभी कभी अंदाज से ज्यादा रोटी का आटा लग जाता है, इसलिए उस बचे हुए रोटी के आटे का इस्तेमाल आप मावे की रोटी बनाने में कर सकते हैं।

माना जाता हैं, कि रोटी व सब्जी के साथ अगर कुछ मीठा हो जाए तो खाना बढ़िया तरीके से पूरा माना जाता है। मावा रोटी बच्चों को भी बहुत पसंद आती हैं, आप इस लेख को पूरी तरह पढे ताकि आपको मावा  रोटी रेसिपी Mawa roti recipe के बारे में संपूर्ण जानकारी अच्छे से समझ में आ सकें, आइए दोस्तो इस लेख के माध्यम से जानते हैं.

मावा रोटी रेसिपी इन हिन्दी | Mawa roti recipe in hindi

आवश्यक सामग्री | Necessary ingredients

@  गुंथा हुआ रोटी का आटा

@  सूखा गेहूँ का आटा (डस्टिंग के लिए)।

@  दो चम्मच पीसा हुआ चीनी पाउडर

@  सूखा माता (स्टफिंग के लिए)

@  दो बड़े चम्मच पी

@  कसा हुआ नारियल का बुरादा

@  इलायची पाउडर

स्टफिंग तैयार करने का तरीका | Stuffing taiyar karne ka tarika

सबसे पहले एक प्लेट ले लीजिये, उसमें माया, चीनी पाउडर (स्वाद के अनुसार), पीसा हुआ नारियल, इलायची पाउडर डालकर इन सब चीजो को हाथों की सहायता से अच्छे से मिक्स कर लें, जब आपकी स्टफिंग बनकर बिल्कुल तैयार है।

1. मावा रोटी बनाने का तरीका | Mawa roti banane ka tarika

1. सबसे पहले हम गुंथे हुए आटे से एक लोई लेते हैं (लोई वैसी ही लेनी है जैसी हम चपाती बनाते हैं, वैसी) उस लोई को सूखे आटे से डस्ट करके पूरी के आकार में बेल लीजिये।

2. फिर उसमें स्टफिंग को भर दें, साइडों से इकट्ठा करते हुए extra जाटा निकलता है, उसे रख लीजियें। अब थोड़ा सा सूखा आटा लगाकर हल्के हाथों से बेल लें, ये बड़ी आसानी से बेलने में आ जाती है।

3. अब गैस पर तवा गर्म होने के लिए रख दीजिये, घी की सहायता से मादा रोटी को अच्छे दोनों तरफ से उलट-पलट कर सेक लीजिये और गैस को बंद कर दीजियें।

4. दोस्तों आपकी मावा रोटी खाने के लिए बिल्कुल तैयार हैं।

2. राजस्थान की मशहूर रेसिपी गुड़ मावा रोटी, बनाने का तरीका –

गुड़ मावा रोटी राजस्थान की एक प्रसिद्ध और स्वादिष्ट रेसिपी है। यह रोटी गुड़ और मावा के साथ बनाई जाती है, जो इसे एक मीठी और खस्ता रोटी बनाता है। गुड़ मावा रोटी इस रोटी को बनाने के लिए आवश्यक सामग्री और इसकी विस्तृत विधि:

गुड़ मावा रोटी बनाने के लिए आवश्यक सामग्री :

  • गेहूं का आटा – 1 कप
  • मावा – 1/2 कप
  • गुड़ – 1/2 कप
  • घी – 1 टेबलस्पून
  • पानी – आवश्यकतानुसार
  • नमक – स्वादानुसार

गुड़ मावा रोटी, बनाने का तरीका : 

  1. एक बड़ी कड़ाही में घी को गरम करें।
  2. फिर मावा डालकर उसे हल्का सा सुनहरा होने तक भूनें।
  3. अब गुड़ को कूट कर मावा में मिलाएं और अच्छी तरह से मिलाकर दोनों को मिश्रित करें।
  4. अब इस मिश्रण में आटा डालें और इसे अच्छी तरह से मिश्रित करें।
  5. थोड़ा-थोड़ा पानी मिलाते हुए आटा को गाढ़ा करें।
  6. अब इसे चपाती के आकार का गोल बनाकर ले लें।
  7. एक तवा गरम करें और इस पर रोटी रखें।
  8. रोटी को एक तरफ से सेकें और फिर उसको दूसरी तरफ पलटें।
  9. रोटी के दोनों तरफ से तलने के बाद उसे निकालें और पेपर नैपकिन में रखें
  10. अब गुड़ मावा रोटी तैयार है

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Conclusion : Mawa roti recipe

दोस्तों में Falguni Mahawar महावर Post के अंत में बताती हूँ, की मैंने इस पोस्ट के माध्यम से दो तरीके से आपको गुड़ मावा रोटी बनाने का तरीका, मावा रोटी कैसे बनाते हैं के बारे में विस्तारपूर्वक बताया है आप भी घर पर मावा रोटी बनाकर जरूर खाइए, मावा रोटी का आपको  कौनसा तरीका पसंद आया यह आप हमें कमेंट करके जरूर,

FAQ. : Mawa roti recipe

Q.1. क्या पनीर और खोया एक ही है?

नहीं, पनीर और खोया दो अलग-अलग चीजें हैं। पनीर एक प्रकार का दूध से बना फ्लैट केक होता है जो कि दूध को जमाने और फिर छानकर निर्मित होता है। इसमें कठोरता होती है और यह घर के बनाये जा सकते हैं।

वहीं, खोया एक मिल्क सॉलिड होता है जो दूध को ऊपरी ताजे तैरने वाले भाग से अलग किया जाता है। खोया दूध को घटाकर बनाया जाता है। इसमें अधिक मात्रा में मक्खन या तेल का इस्तेमाल किया जाता है जो इसे नरम बनाता है। इसलिए, पनीर और खोया दो अलग-अलग चीजें होती हैं जो अलग-अलग तरीकों से बनाई जाती हैं और अपनी ख़ासतौर पर अपनी टेक्स्चर, स्वाद और उपयोग में अंतर होता है।

Q.2. हरियाली मावा क्या है?

हरियाली मावा एक प्रकार का मिठाई मावा होता है जिसमें हरा रंग शामिल होता है। यह मिठाई आमतौर पर हरी पत्तियों, जैसे कि पुदीना, काली मिर्च, हरी मिर्च और काँटे वाले धनिये के पेस्ट के साथ मिलाकर बनाई जाती है।

इस मिठाई का स्वाद मीठा होता है और इसमें मावे के अलावा दूध, घी और चीनी भी होती है। यह मिठाई आमतौर पर भारतीय उपवास या त्योहारों पर खाई जाती है।

Q.3. मावा कितने दिन में खराब हो जाता है?

मावा एक डेयरी प्रोडक्ट होता है जो दूध को घटाकर बनाया जाता है। इसलिए, मावा बनाने के बाद उसकी शेल्फ लाइफ अधिकतर एक सप्ताह से भी कम होती है। हालांकि, इस शेल्फ लाइफ को बढ़ाने के लिए उसे उच्च तापमान और उच्च आर्द्रता से दूर रखा जा सकता है। जिससे इसकी उम्र बढ़ सकती है।

यदि आप मावा को दूध या दूध से बनी अन्य मिठाइयों के साथ मिलाकर रखेंगे, तो यह जल्दी से खराब हो जाएगा। इसलिए, मावा को रखने के लिए एक अलग कंटेनर का उपयोग करना अच्छा रहेगा। अगर आप मावा को फ्रीज में रखना चाहते हैं तो आप उसे 3 से 4 महीनों तक अच्छी तरह से रख सकते हैं। लेकिन जब आप उसे फ्रीजर से निकालें, तो उसे धीरे-धीरे गर्म होने दें और फिर ही इस्तेमाल करें।

Q.4. दोपहर को भोजन कितने बजे करना चाहिए?

  • भोजन करने का सही समय व्यक्ति के दैनिक जीवन शैली और व्यवस्था पर निर्भर करता है। हालांकि, आमतौर पर दोपहर और रात के खाने के समय सबसे अधिक लोगों के द्वारा अनुसरण किए जाते हैं।
  • दोपहर के भोजन के लिए, सबसे अच्छा समय दोपहर के 12 बजे से 2 बजे के बीच होता है। यह समय दिन के दूसरे भाग में शरीर की ऊर्जा की आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करता है और खाने के बाद अच्छी तरह से पाचन होता है।
  • रात के भोजन के लिए, सबसे अच्छा समय रात के 7 बजे से 9 बजे के बीच होता है। यह समय रात में शरीर को ऊर्जा की आवश्यकताएं पूरी करने में मदद करता है और खाने के बाद सोने से पहले अच्छी तरह से पाचन होता है।
  • अतिरिक्त सलाह के रूप में, अगर आपके दैनिक जीवन शैली में अनियमितताएं हैं जो भोजन करने के समय पर प्रभाव डाल सकती हैं, तो आपको अपने खाने के समय को अपनी सुविधा और शरीर की आवश्यकताओं के अनुसार अनुकूलित करना चाहिए।

Q.5. कम भोजन करने से क्या होता है?

कम भोजन करने से शरीर में अनेक समस्याएं हो सकती हैं। इनमें से कुछ इस प्रकार हैं:

ऊर्जा की कमी: कम भोजन करने से शरीर को आवश्यक ऊर्जा नहीं मिलती है जिससे थकान और कमजोरी की समस्या हो सकती है।

पोषण की कमी: कम भोजन करने से शरीर को आवश्यक पोषक तत्व जैसे प्रोटीन, विटामिन, फाइबर, मिनरल्स आदि की कमी हो सकती है। यह समस्या दूरभाग्यवशः स्थूलता अथवा अनियमित खानपान से आती है।

पाचन तंत्र की समस्या: अधिकतम समय खाली पेट रहने से पाचन तंत्र खराब हो सकता है, और अन्य समस्याएं जैसे एसिडिटी, गैस, बदहजमी, कब्ज आदि हो सकती हैं।

वजन घटना: अगर आप कम खाने के कारण ज्यादा कैलोरी नहीं ले रहे हैं तो आपका वजन घट सकता है।

मानसिक समस्याएं: कम भोजन करने से आपके मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ सकता है। इससे चिंता, थकान और उदासी की समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, स्वस्थ रहने के लिए सही मात्रा में भोजन करना आवश्यकता होता हैं

दोस्तों इस पोस्ट को आपने आखिर तक पढ़ा  आपका बहुत बहुत धन्यवाद